Tuesday, March 17, 2009

निर्वाचन २००९ का महत्त्व

इस साल अप्रैल,मई के महीने में देश में ५ चरणों में निर्वाचन होना है,यह निर्वाचन इस देश की एक अरब से अधिक जनता का आगामी ५ वर्षो के भविष्य का निर्धारण करने वाली सरकार बनने का अति महत्वपूर्ण कार्य संपन्न देश की जनता को करना है।
इस कार्य को करने में जनता को इस बार बहुत ही सतर्कता बरतनी होगी,जिसका उल्लेख मैं यहाँ नीचे देने का प्रयत्न कर रहा हूँ :-
१-सबसे पहले देश को स्थाई सरकार देने के लिए ऐसे दल या गठबंधन को सत्ता में लाने का प्रयास करना है जो देश को आर्थिक,राजनीतिक और सामाजिक रूप से एकरूपता स्थापित करे ।
२-देश की एकता,अखंडता और अनतरराष्ट्रीय जगत में सम्मान और गौरव में वृद्धि करे।
३-विश्व शान्ति की स्थापना के साथ आतंकवाद का देश और दुनिया से सफाया करने का कार्य सफलता से कर सके जिससे देश की युवा शक्ति को विश्व जगत में अपनी अलग छाप बनने का अवसर मिले।
इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए हमें पूरे देश की वर्तमान राजनितिक व्यवस्था पर एक विहंगम दृष्टि डालनी होगी और साथ ही पिछले अनुभवों से कुछ सीखना होगा।२००४ के चुनाव में सम्प्र्ग और राजग को लगभग सामान संख्या में सीट मिली ,जहाँ तक मेरा ख्याल है गालिबन ९ या १० सीटो का अन्तर था किंतु फिर शुरू हुआ सत्ता के लिए सौदेबाजी का खेल,जिसमे राजग को संप्रग ने पीछे छोड़ दिया क्यों की वाम दलो को राजग पसंद नही जिसका कोई ठोस कारन नही था,यह तो परदे के पीछे से सत्ता में आने का उनका प्रयास था जो काफी दिनों बाद उन्हें मिला था, देखिये फिर इस देश फिर छल कपट की राजनीती का शिकार न होने पाए।


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