Monday, March 15, 2010
भारत की जीवन दायिनी गंगा को बचाना देश की पहली प्राथमिकता
आज जब देश आर्थिक प्रगति के पथ पर विश्व के अन्य समृद्ध राष्ट्रों से प्रतियोगिता में है ऐसे में देश की वास्तविक प्रगति तभी होगी जब देश का किसान समृद्ध होगा,जिसके लिए जरूरी होगा कि देश की जीवन दायिनी गंगा को बचाने के लिए हम सब एक होकर इसके लिए ठोस प्रयास नहीं करेंगे .जिसके लिए मेरा सुझाव है कि सबसे पहले देश के बहुसंख्यक धार्मिक आस्था के समुदाय के लोगों को इसके लिए कुछ त्याग करना होगा,जैसा कि शाश्त्रों में गंगा के दर्शन मात्र से मुक्ति प्राप्त होती है,तो हम सभी सनातन धर्मावलम्बियों को गंगा को बचाने के लिए गंगा जी के सम्मान के लिए गंगा जी में स्नान का त्याग करना होगा और केवल आचमन कर और दर्शन से मुक्ति की भावना के अनुरूप आचरण करना होगा , यदि हम सब दृढ सकल्प कर ले तो गंगा जी की सफाई और शुद्धता के लिए सही प्रयास होगा.मैं चाहूँगा कि इस गंभीर समस्या पर मेरे विचार पर सुधि पाठक अपना विचार अवश्य व्यक्त करें.
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आपने बहुत अच्छा विचार रखा है।
ReplyDeleteआपने बहुत अच्छा विचार रखा है।
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