Wednesday, June 17, 2015

कांग्रेस अपने गिरेबाह में पहले देखे


आज कल ईडी के आरोपी ललित मोदी को मदद देने के तथाकथित मामले को लेकर सुषमा स्वराज को कांग्रेस घेरने का प्रयास कर रही है।उल्लेखनीय है की सुषमा जी अपनी पारदर्शी कार्यप्रणाली के लिये जानी जाती रहीं हैं।उन्होंने मानवीय समवेदना के आधार पर मदद किया।ललित को प्रवर्तन निदेशालय फेमा उल्लंघन मामले में तलाश कर रहा था।यह भी ठीक है कि देश के विधान और नियमों के अंतर्गत सहयोग करना आपराधिक श्रेणी में आता है।किन्तु यहां यह बताना अनिवार्य है कि ललित अभी सिर्फ आरोपी हैं उन्हें केवल प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नोटिस जारी है जिसके आधार पर उसे आरोपी भी नहीं कहा जा सकता है।किन्तु आप सब को ज्ञात होगा की 1985 में राजीव गांधी ने यूनियन कार्बाइड के एंडरसन जो भोपाल गैस कांड के आरोपी थे,जिनका हाथ हज़ारों बेगुनाहों के खून से रंगा था,को भागने में पूरा सहयोग किया था बाद में कांग्रेस के शासन में बोफोर्स केस के गुनहगार क्वात्रोची को भगाया गया तब कोई प्रधान मंत्री और मंत्री दोषी नही हुआ तो अब सुषमा जी को जिन्होंने मानवीय आधार पर यदि मदद कर दिया तब बतंगड़ बनाना उचित नहीं।किसी घटना पर आलोचना के पहले काग्रेस पार्टी को अपने गिरेबां को देख लेना चाहिए।

No comments:

Post a Comment

HTML